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दूसरा टी-20...ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका को 8 विकेट से हराया:बतौर कप्तान मार्श ने जीती पहली सीरीज; एबॉट-एलिस ने झटके 3-3 विकेट

September 02, 2023

 


डरबन में शुक्रवार को खेले गए दूसरे टी-20 मैच में ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका को 8 विकेट से हरा दिया। इसके साथ ही तीन टी-20 मैचों की सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने 2-0 की बढ़त के साथ ट्रॉफी पर भी कब्जा जमा लिया है। बतौर कप्तान मिचेल मार्श की यह पहली सीरीज है।

ऑस्ट्रेलियाई टीम के जीत के हीरो कप्तान मिचेल मार्श रहे। उन्होंने 39 गेंदों में नाबाद 79 की पारी खेली। वहीं नाथन एलिस और सीन एबॉट ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 3-3 विकेट लिए।

ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे टी-20 में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी साउथ अफ्रीकी टीम निर्धारित 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 164 रन बनाए।

अफ्रीका के लिए कप्तान एडन मारक्रम ने बनाए सबसे ज्यादा रन
साउथ अफ्रीका के लिए सबसे ज्यादा रन कप्तान एडन मारक्रम ने बनाए। उन्होंने 38 गेंदों का सामना कर 49 रन की पारी खेली। मारक्रम ने अपनी पारी में 3 चौके और 3 छक्के भी जड़े। वहीं अफ्रीका के लिए दूसरे टॉप स्कोरर टेम्बा बावुमा रहे। उन्होंने 17 गेंदों पर 6 चौके और 1 छक्के की मदद से 35 रन बनाए।

एबॉट-एलिस ने लिए 3-3 विकेट
ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे सफल गेंदबाज सीन एबॉट रहे। उन्होंने ने 4 ओवर में 22 रन देकर 3 विकेट लिए। वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम के दूसरे सफल गेंदबाज नाथन एलिस रहे। उन्होंने भी 4 ओवर में 25 रन देकर 3 विकेट लिया।

ऑस्ट्रेलिया के लिए मार्श और शॉर्ट के बीच हुई 100 रन की पार्टनरशिप
वहीं 165 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया को पहला झटका 32 रन के स्कोर पर ही लग गया। ओपनर ट्रेविस हेड 18 रन बनाकर आउट हो गए। उसके बाद ऑस्ट्रेलियाई पारी को संभालने के लिए मिचेल मार्श आए। उन्होंने मैट शॉर्ट के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलिया की पारी को आगे बढ़ाते हुए 132 रन के स्कोर तक लेकर गए। दोनों के बीच 100 रन की पार्टनरशिप हुई।

शॉर्ट ने 220 की स्ट्राइक रेट से बनाए 66
शॉर्ट12वें ओवर की आखिरी गेंद पर आउट होकर पवेलियन लौट गए। उन्होंने 30 गेंदों पर 66 रन की पारी खेली। शॉर्ट ने अपनी पारी के दौरान 7 चौके और 4 छक्के भी जड़े। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 220 का रहा।

शॉर्ट के आउट होने के बाद भी मिचेल मार्श ने तेज खेलना जारी रखा। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया ने 165 रन का टारगेट 14.5 ओवर में ही हासिल कर लिया। मार्श ने 202 के स्ट्राइक रेट से 39 गेंद में नाबाद 79 रन बनाए। इस पारी में उन्होंने 6 छक्के और 8 चौके भी जड़े। उनके साथी जोशुआ इंग्लिस 2 रन बनाकर नाबाद रहे। साउथ अफ्रीका के लिए लिजाद विलियम्स और तबरेज शम्सी को 1-1 सफलता मिली।


पत्नी को गोली मारने के बाद पति को हार्ट-अटैक आया:दोनों की मौत, मुंबई के ठाणे की घटना

September 02, 2023


महाराष्ट्र- मुंबई के ठाणे में पत्नी को गोली मारने के बाद पति को हार्ट अटैक आ गया। पत्नी की मौत के थोड़ी देर बाद पति ने भी दम तोड़ दिया। घटना शुक्रवार, 1 सितंबर की रात करीब 10.15 बजे की है। मृतक दंपती की पहचान दिलीप साल्वी (56) और उनकी पत्नी प्रमिला (51) के रूप में की गई। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, दंपती अपने बेटे के साथ ठाणे के कलवा के कुंभार अली में यशवन्त निवास बिल्डिंग में रहते थे।

पति के घर लौटते ही दंपती में विवाद शुरू हुआ

पुलिस ने शनिवार, 2 सितबंर को बताया कि शुक्रवार की रात घर लौटते ही साल्वी का उनकी पत्नी के साथ झगड़ा शुरू हो गया। गुस्से में साल्वी ने अपनी रिवॉल्वर निकाल ली।

प्रमिला शोर मचाकर अपने बेटे को बुलाने लगी। इसी बीच साल्वी ने पत्नी पर दो गोलियां चला दीं। जब तक बेटा पहुंचता, तब तब प्रमिला की मौत हो चुकी थी। इसके कुछ देर बाद ही दिलीप साल्वी को भी हार्ट अटैक आ गया और उन्होंने भी दम तोड़ दिया। पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

कलवा में दिलीप साल्वी के परिवार का नाम चर्चित

मुंबई पुलिस ने बताया कि दिलीप साल्वी कलवा के एक रसूखवदार परिवार से ताल्लुक रखते थे। ​​​​​​​इस परिवार के कई सदस्य स्थानीय राजनीति और सामाजिक गतिविधियों में जुड़े हैं। ​​​​​​​

साल्वी परिवार के प्रभाव का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इलाके में कई प्रोजेक्ट्स के नाम उनके दिवगंत पिता यशवंत राम साल्वी के नाम पर रखा गया है। फिलहाल, पुलिस घटना की मुख्य वजह का पता लगा रही है।


मणिपुर में बीते 4 दिन में 12 और मौतें:मैरी कॉम ने अमित शाह को पत्र लिखा; कहा- कोम जनजाति को बचाएं

September 02, 2023


 इंफाल- मणिपुर के चुराचांदपुर और बिष्णुपुर जिलों के बॉर्डर पर बफर जोन में अब भी हिंसा जारी है। यह 29 अगस्त को दोबारा भड़की थी। बीते चार दिनों में 12 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 18 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। दोनों जिलों में आर्मी को तैनात किया गया है। अभी यहां के बफर जोन में CRPF और असम राइफल्स तैनात थी।

वहीं, पूर्व वर्ल्ड चैम्पियन मुक्केबाज और पद्मविभूषण से सम्मानित मैरी कॉम ने एक बार फिर केंद्र से मदद मांगी है। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। उन्होंने अपील की है कि केंद्रीय सुरक्षा बल दोनों समुदायों को कोम गांवों में घुसने से रोके। आर्मी कोम जनजाति को बचाएं।

उधर, सुप्रीम कोर्ट ने 1 सितंबर को केंद्र और मणिपुर सरकार को हिंसा प्रभावितों तक भोजन, दवाएं और बुनियादी सामान पहुंचाने का निर्देश दिया। CJI डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच ने सरकार से अलग-अलग संगठनों की नाकेबंदी से खुद निपटने को कहा। साथ ही ऑप्शन के तौर पर प्रभावित इलाकों में राशन की एयर ड्रॉपिंग की सलाह दी। मामले की अगली सुनवाई 6 सितंबर को होगी।

पिछले दिनों भड़की हिंसा में कुकी गायक की मौत

खोइरनटक, चिंगपेई, खोशुबंग और नारायनसेना में मैतेई और कुकी हमलावरों के बीच 31 अगस्त को हिंसक झड़प हुई थी। इस दौरान मोर्टार हमलों और फायरिंग में पांच लोगों की मौत हुई थी। मृतकों में मणिपुर के चर्चित कुकी गायक मंगबोई लुंगडिम भी थे, जिन्होंने मई में हिंसा भड़कने के बाद ‘आई गम हिलौ हैम’ (क्या यह हमारी भूमि नहीं) गीत लिखा और गाया था।

29 अगस्त को गोलीबारी में 2 लोगों की मौत हुई थी

मणिपुर के बिष्णुपुर-चुराचांदपुर सीमा पर 29 अगस्त को दो गुटों में गोलीबारी हुई थी। इसमें ग्राम रक्षा दल के दो वॉलंटियर्स की मौत हो गई थी। वहीं 7 लोग घायल हुए थे। नारानसीना में हमलावरों ने खेतों में काम कर रहे किसानों पर गोलाबारी की थी। इसके जवाब में वॉलंटियर्स ने भी फायरिंग शुरू कर दी थी।

मृतकों की पहचान लाइबुजम इनाओ और जांगमिनलेन गंगेट के रूप में हुई। लाइबुजम को बिष्णुपुर के नारानसीना में गोली लग गई थी। इंफाल के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं जांगमिनलेन चुराचांदपुर के सोंगदो गांव में झड़प के दौरान घायल हो गया था। बाद में उसने भी दम तोड़ दिया।

28 अगस्त को प्रतिबंधित समूह के 2 लोग गिरफ्तार हुए

मणिपुर पुलिस ने 28 अगस्त को प्रतिबंधित विद्रोही समूह की राजनीतिक विंग रिवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट (RPF), नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालिम इसाक-मुइवा (NSCN-IM) के एक-एक एक्टिव कैडर और कांगलेईपाक कम्युनिस्ट पार्टी (KCP) के दो ओवर-ग्राउंड वर्कर को गिरफ्तार किया था।

इंफाल पूर्व और बिष्णुपुर में तलाशी अभियान के दौरान 6 हथियार, 5 गोला-बारूद और 2 विस्फोटक बरामद किए गए थे। पुलिस ने 29 अगस्त को इसकी जानकारी दी थी। सुरक्षाबलों ने राज्य के अन्य इलाकों में भी गोलीबारी होने की बात कही है।

3 मई से जारी हिंसा में 160 से ज्यादा मौतें

राज्य में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच 3 मई से जारी हिंसा में 160 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान केंद्र ने बताया था कि मणिपुर में 6 हजार 523 FIR दर्ज की गई हैं। इनमें से 11 केस महिलाओं और बच्चों की हिंसा से जुड़े हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 7 अगस्त को कहा था कि मणिपुर में हिंसा से जुड़े मामलों की 42 स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीमें (SIT) जांच करेंगी।

हिंसा के बाद 65 हजार से ज्यादा लोगों ने घर छोड़ा

हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 6 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। 65 हजार से अधिक लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। आगजनी की 5 हजार से ज्यादा घटनाएं हुई हैं। 6 हजार मामले दर्ज हुए हैं और 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। राज्य में 36 हजार सुरक्षाकर्मी और 40 IPS तैनात किए गए हैं। पहाड़ी और घाटी दोनों जिलों में कुल 129 चौकियां स्थापित की गईं हैं।


चांद पर 10 दिन में 101 मीटर चला रोवर:इसरो ने लिखा- प्रज्ञान 100 नॉटआउट; चीफ बोले- अब स्लीप मोड की तैयारी

September 02, 2023




 चंद्रयान-3 के रोवर प्रज्ञान ने शिवशक्ति लैंडिंग पॉइंट से 100 मीटर की दूरी तय कर ली है। इसरो ने शनिवार (2 सितंबर) को लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान के बीच की दूरी का ग्राफ शेयर किया है। इसमें दिखाया गया है कि प्रज्ञान पहले लैंडर से पश्चिम की तरफ जा रहा था। बाद में इसने दिशा बदलकर उत्तर की तरफ चलना शुरू किया।

इसरो ने 50x50 स्केल के आधार पर ग्राफ बनाया है। जिसमें बताया है कि रोवर 101.4 मीटर दूरी चल चुका है। विक्रम लैंडर 23 अगस्त को चंद्रमा पर उतरा था। रोवर को यह दूरी तय करने में 10 दिन लगे।

14 दिन का है मिशन, अब स्लीप मोड की तैयारी
इसरो चीफ एस सोमनाथ ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि लूनर नाइट्स नजदीक हैं। इसलिए इसरो चंद्रयान-3 को स्लीप मोड में लाने की तैयारी कर रहा है। चंद्रयान-3 मिशन 14 दिनों का है। 2 सितंबर को इसका 11वां दिन है। यानी प्रज्ञान के पास साउथ पोल रिसर्च के लिए 3 दिन और बाकी हैं।

दरअसल, चंद्रमा पर 14 दिन तक रात और 14 दिन तक उजाला रहता है। जब यहां रात होती है तो तापमान -100 डिग्री सेल्सियस से भी कम हो जाता है। चंद्रयान के लैंडर और रोवर अपने सोलर पैनल्स से पावर जनरेशन कर रहे हैं।

रोवर-लैंडर 14 दिन तक तो पावर जनरेट कर लेंगे, लेकिन रात होने पर पावर जनरेशन प्रोसेस रुक जाएगी। पावर जनरेशन नहीं होगा तो इलेक्ट्रॉनिक्स भयंकर ठंड को झेल नहीं पाएंगे और खराब हो सकते हैं।

1 सेमी प्रति सेकेंड की गति से चल रहा रोवर
छह पहियों वाले प्रज्ञान रोवर का वजन 26 किलो है। लैंडिंग के करीब 14 घंटे बाद गुरुवार सुबह ISRO ने रोवर के बाहर आने की पुष्टि की थी। लैंडर 23 अगस्त को शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा पर उतरा था। ये 1 सेमी प्रति सेकेंड की गति से चल रहा है और अपने आस-पास की चीजों को स्कैन करने के लिए नेविगेशन कैमरों का इस्तेमाल करता है।

चंद्रयान-3 से अब तक आए अपडेट्स

  • ILSA पेलोड ने चंद्रमा की सतह पर भूकंप रिकॉर्ड किया : 31 अगस्त को ISRO ने बताया कि चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर पर लगे इंस्ट्रूमेंट ऑफ लूनर सीस्मिक एक्टिविटी (ILSA) पेलोड ने चंद्रमा की सतह पर भूकंप की प्राकृतिक घटना को रिकॉर्ड किया है। ये भूकंप 26 अगस्त काे आया था। इसरो ने बताया कि भूकंप के सोर्स की जांच जारी है। 
  • LIBS पेलोड ने चांद पर सल्फर की पुष्टि की : 28 अगस्त को भेजे दूसरे ऑब्जर्वेशन में चांद के साउथ पोल पर सल्फर, एल्युमीनियम, कैल्शियम, आयरन, क्रोमियम, टाइटेनियम की मौजूदगी का भी पता चला है। सतह पर मैगनीज, सिलिकॉन और ऑक्सीजन भी हैं, हाइड्रोजन की खोज जारी है।
  • प्रज्ञान रोवर ने 4 मीटर का गड्‌ढा देखकर रास्ता बदला: 27 अगस्त को रोवर प्रज्ञान के सामने 4 मीटर व्यास वाला क्रेटर यानी गड्‌ढा आ गया। ये गड्ढा रोवर की लोकेशन से 3 मीटर आगे था। ऐसे में रोवर को रास्ता बदलने का कमांड दिया गया। इससे पहले भी प्रज्ञान करीब 100 मिमी गहरे एक छोटे क्रेटर से गुजरा था। 
  • सतह पर प्लाज्मा मिला, लेकिन कम घना: लैंडर विक्रम पर लगे रेडियो एनाटॉमी ऑफ मून बाउंड हाइपरसेंसिटिव लोनोस्फियर एंड एटमॉस्फियर-लैंगम्यूर प्रोब (RAMBHA-LP) ने चांद के साउथ पोल पर प्लाज्मा खोजा है, हालांकि ये कम घना (विरल) है।
  • विक्रम लैंडर का पहला ऑब्जर्वेशन- सतह पर करीब 50 डिग्री तापमान: चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर में लगे चास्टे (ChaSTE) पेलोड ने चंद्रमा के तापमान से जुड़ा पहला ऑब्जर्वेशन भेजा है। ChaSTE यानी चंद्र सरफेस थर्मोफिजिकल एक्सपेरिमेंट के मुताबिक चंद्रमा की सतह और अलग-अलग गहराई पर तापमान में काफी अंतर है।
  • चंद्रयान-3 के लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग 4 फेज में हुई
    ISRO ने 23 अगस्त को 30 किमी की ऊंचाई से शाम 5 बजकर 44 मिनट पर ऑटोमैटिक लैंडिंग प्रोसेस शुरू की और अगले 20 मिनट में सफर पूरा कर लिया। चंद्रयान-3 ने 40 दिन में 21 बार पृथ्वी और 120 बार चंद्रमा की परिक्रमा की। चंद्रयान ने चांद तक 3.84 लाख किमी दूरी तय करने के लिए 55 लाख किमी की यात्रा की।

    चांद पर भारत का यह तीसरा मिशन था, पहले मिशन में पानी खोजा था
    2008 में चंद्रयान-1 को लॉन्च किया गया था। इसमें एक प्रोब की क्रैश लैंडिंग कराई गई थी जिसमें चांद पर पानी के बारे में पता चला। फिर 2019 में चंद्रयान-2 चांद के करीब पहुंचा, लेकिन लैंड नहीं कर पाया।

    23 अगस्त 2023 को चंद्रयान-3 चांद पर लैंड कर गया। चांद पर सकुशल पहुंचने का संदेश भी चंद्रयान-3 ने भेजा। कहा- 'मैं अपनी मंजिल पर पहुंच गया हूं।'


ISRO का आदित्य L1 पृथ्वी की कक्षा में पहुंचा:16 दिन चक्कर लगाएगा, फिर 110 दिन में 15 लाख किमी दूर L1 पॉइंट पर पहुंचेगा

September 02, 2023



 बेंगलुरु- चंद्रयान-3 की चांद के दक्षिणी ध्रुव पर कामयाब लैंडिंग के 10वें दिन ISRO ने शनिवार को आदित्य L1 मिशन लॉन्च कर दिया। आदित्य सूर्य की स्टडी करेगा। इसे सुबह 11.50 बजे PSLV-C57 के XL वर्जन रॉकेट के जरिए श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया।

रॉकेट ने 63 मिनट 19 सेकेंड बाद आदित्य को 235 x 19500 Km की पृथ्वी की ऑर्बिट में छोड़ दिया। करीब 4 महीने बाद यह 15 लाख Km दूर लैगरेंज पॉइंट-1 तक पहुंचेगा। इस पॉइंट पर ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता, जिसके चलते यहां से सूरज पर आसानी से रिसर्च की जा सकती है। ​

5 पॉइंट में जानें आदित्य L1 का सफर

  • PSLV रॉकेट ने आदित्य को 235 x 19500 Km की पृथ्वी की कक्षा में छोड़ा।
  • 16 दिनों तक पृथ्वी की कक्षा में रहेगा। 5 बार थ्रस्टर फायर कर ऑर्बिट बढ़ाएगा।
  • फिर से आदित्य के थ्रस्टर फायर होंगे और ये L1 पॉइंट की ओर निकल जाएगा।
  • 110 दिन के सफर के बाद आदित्य ऑब्जरवेटरी इस पॉइंट के पास पहुंच जाएगा
  • थ्रस्टर फायरिंग के जरिए आदित्य को L1 पॉइंट के ऑर्बिट में डाल दिया जाएगा।
  • लैगरेंज पॉइंट-1 (L1) क्या है?
    लैगरेंज पॉइंट का नाम इतालवी-फ्रेंच मैथमैटीशियन जोसेफी-लुई लैगरेंज के नाम पर रखा गया है। इसे बोलचाल में L1 नाम से जाना जाता है। ऐसे पांच पॉइंट धरती और सूर्य के बीच हैं, जहां सूर्य और पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल बैलेंस हो जाता है और सेंट्रिफ्यूगल फोर्स बन जाती है।

    ऐसे में इस जगह पर अगर किसी ऑब्जेक्ट को रखा जाता है तो वह आसानी से दोनों के बीच स्थिर रहता है और उस पॉइंट के आस-पास चक्कर लगाना शुरू कर देता है। पहला लैगरेंज पॉइंट धरती और सूर्य के बीच 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर है।

    L1 पॉइंट पर ग्रहण बेअसर, इसलिए यहां भेजा जा रहा
    इसरो का कहना है कि L1 पॉइंट के आस-पास हेलो ऑर्बिट में रखा गया सैटेलाइट सूर्य को बिना किसी ग्रहण के लगातार देख सकता है। इससे रियल टाइम सोलर एक्टिविटीज और अंतरिक्ष के मौसम पर भी नजर रखी जा सकेगी। ये 6 जनवरी 2024 को L1 पॉइंट तक पहुंचेगा।

  • सूर्य की स्टडी क्यों जरूरी?
    जिस सोलर सिस्टम में हमारी पृथ्वी है, उसका केंद्र सूर्य ही है। सभी आठ ग्रह सूर्य के ही चक्कर लगाते हैं। सूर्य की वजह से ही पृथ्वी पर जीवन है। सूर्य से लगातार ऊर्जा बहती है। इन्हें हम चार्ज्ड पार्टिकल्स कहते हैं। सूर्य का अध्ययन करके ये समझा जा सकता है कि सूर्य में होने वाले बदलाव अंतरिक्ष को और पृथ्वी पर जीवन को कैसे प्रभावित कर सकते हैं।


पहले राजनीतिक दल, फिर अफसरों से रूबरू होंगे चुनाव आयुक्त:4 सितंबर से 3 दिन चलेगा चुनाव बैठकों का दौर; व्यवस्थाओं की लेंगे रिपोर्ट



 भारत निर्वाचन आयोग की फुल बैंच 4 सितंबर, सोमवार को भोपाल में सबसे पहले राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ चुनावी तैयारी को लेकर चर्चा करेगी। इसके बाद दूसरे दिन प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर और एसपी से चुनावी तैयारी पर प्रेजेंटेशन लिया जाएगा। आयोग भोपाल से जाने के पहले मुख्य सचिव और डीजीपी को भी तलब करेगी और चुनावी व्यवस्थाओं पर रिपोर्ट लेगा।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार समेत आयोग की फुल बैंच के साथ डेढ़ दर्जन से अधिक अधिकारियों की टीम कल शाम तक भोपाल आ जाएगी। इसके बाद सोमवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक बैंच राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक करेगी। इसमें चुनाव आचार संहिता समेत अन्य चुनावी प्रक्रिया से राजनीतिक दलों को अवगत कराया जाएगा।

आयोग इसी दिन मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और अन्य नोडल अधिकारियों के साथ चुनावी तैयारी का प्रजेंटेशन देखेगा। फिर शाम 4 बजे से एनफोर्समेंट एजेंसी के जिम्मेदार अफसरों के साथ आयोग की बैठक होगी। शाम को आयोग द्वारा स्विप कैलेंडर लॉन्च किया जाएगा। युवाओं को मतदाता परिचय पत्र बांटने, मतदाता जागरुकता गीत लांच करने समेत अन्य चुनाव प्रचार संबंधी गतिविधियों के कार्यक्रम सोमवार को ही होंगे।

मंगलवार को दिनभर होगी एसपी कलेक्टर के साथ बैठक
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार समेति आयोग की फुल बैंच और अधिकारियों की टीम द्वारा मंगलवार को सुबह 9 बजे से देर शाम तक प्रदेश के सभी जिलों से बुलाए गए कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी तथा पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक की जाएगी। इस बैठक में जिलों में मतदान केंद्रों और मतदान संबंधित तैयारी के साथ अन्य चुनावी व्यवस्थाओं को लेकर एसपी और कलेक्टर अपना अलग-अलग प्रेजेंटेशन देंगे। इस मीटिंग में मतदाता सुरक्षा पर सर्वाधिक फोकस किया जाएगा और मतदान केंद्रों तक दूर संचार और अन्य सुविधाओं की उपलब्धता पर भी आयोग का फोकस रहेगा।

अंतिम दिन होगी डीजीपी और सीएस के साथ बैठक
चुनाव आयोग की बैंच 6 सितंबर को मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और डीजीपी सुधीर सक्सेना के साथ प्रदेश में निष्पक्ष चुनाव कराने को लेकर बैठक करेगी और आयोग के निर्देशों की रिपोर्ट लेंगी। इसी दिन साइकोथान और साइकिल रैली का आयोजन भी सुबह किया जाएगा। दोपहर में आयोग द्वारा चुनाव तैयारी को लेकर की गई समीक्षा पर प्रेस से चर्चा की जाएगी।


मध्यप्रदेश के अतिथि शिक्षकों का मानदेय दोगुना हुआ:सीएम शिवराज बोले- अब महीने के हिसाब से मिलेगी फिक्स सैलरी; 68 हजार कर्मचारियों को मिलेगा लाभ

September 02, 2023

 



भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में अतिथि शिक्षकों का सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अतिथि शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा- अब महीने के हिसाब से फिक्स मानदेय मिलेगा। सभी अतिथि शिक्षकों को अब दोगुना मानदेय मिलेगा। अभी तक पीरियड के हिसाब से मानदेय देने की व्यवस्था है। जिसमें बदलाव किया जा रहा है। इसका लाभ 68 हजार अतिथि शिक्षकों को मिलेगा।

शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा करते हुए कहा है कि, वर्ग 3 के कर्मचारी जिन्हें 9000 मिलता था, अब उन्हें 18000 मिलेगा। इसी तरह अतिथि शिक्षक जिन्हें 7000 मिलता है, उन्हें अब 14 हजार मिलेगा। और जिन्हें 5000 मिलता है उन्हें अब 10 हजार रुपए का मानदेय मिलेगा।

सम्मेलन में शिवराज सिंह की बड़ी बातें

  • अभी पीरियड के हिसाब से मानदेय देने की व्यवस्था है। जोकि अब महीने के हिसाब से मिलेगा।
  • साल के बीच में कोई गैप नहीं होगा 1 साल के लिए पूरा अनुबंध होगा।
  • अभी तक अतिथि शिक्षकों को परमानेंट करने के लिए 25% का आरक्षण था उसे अब 50% किया जाएगा।
  • यह सभी घोषणाएं तत्काल लागू होंगी।
  • जैसे नियमित पढ़ाने वालों को वेतन मिलता है उसी प्रकार महीने की पहली तारीख को वेतन मानदेय मिलेगा। ताकि किसी को भटकना न पड़े।
  • एक नियम बनाऊंगा कि जिस प्रकार पात्रता परीक्षा के द्वारा शिक्षक नियमित किए जाते हैं उसी प्रकार अतिथि शिक्षकों को भी नियमित किया जाए।

अतिथि शिक्षकों को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह ने कहा, पिछली सरकार ने शिक्षा की व्यवस्था ठीक करने के लिए कभी ठोस कदम नहीं उठाए थे। गुरुजी, शिक्षा कर्मी और बाद में अतिथि शिक्षक फंस गए थे सीएम ने आगे कहा, मैं आपके योगदान को कभी भुला नहीं सकता। जब रेगुलर शिक्षक नहीं थे तब अतिथि शिक्षक के रूप में आपको पढ़ाने का दायित्व सौंपा गया। मुझे प्रसन्नता हो रही है कि, अधिकांश अतिथि शिक्षकों ने अपनी निष्ठा के साथ अपनी जिम्मेदारी पूरी की है। आप वो हैं जिन्होंने शिक्षा की गाड़ी को आगे बढ़ाया।


 
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